वहिनी - सलाम आहे तुम्हाला व तुमच्या टीमला. दर महिन्याला एवढं संपादित करणे सोपे नाही
अच्युत पालवांची
मुलाखत छान
गिरगावातला गणेश उत्सव व आताची स्थिती- खरंच मुंबईतले सार्वजनिक गणपति उत्सव असेच झाले आहेत.
उषा मराठे
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प्रिय कट्टा team, आज कट्टा एका sitting मध्ये वाचून काढला. खूपच मस्त फार छोटे छोटे लेख, माहिती
देणारे, विचार करायला लावणारे.
पूर्वी मी रविवारी दुपारी
लोकरंग वाचून काढायचे त्याची आठवण झाली.
काही लेखमाला संपल्या त्या आधी वाचायला हव्या होत्या अशी चुकचुक वाटली. आपणही एखादी लेखमाला लिहावी असंही वाटलं.
एखादी गोष्ट नेमाने चिकाटीने करण, सातत्य राखण फार कठीण असत.
कट्टा team इतका सुंदर आटोपशीर अंक न चुकता महिन्या च्या महिन्याला प्रकाशित करतात.
खरंच तुम्हा सर्वांचं मनापासून कौतुक वाटतं. इतक्या सुंदर साहित्य मेजवानी बद्दल धन्यवाद.
अलका देशपांडे
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e - कट्टा फार
छान झालेला आहे. सर्वच लेख आणि कविता वाचनीय आहेत.
Thank you Sneha, Seema and group.
चित्र चारोळ्यांच्या कविता छान !!
भारती सप्रे
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आत्ता वाचला
being sensitive आणि
थकले रे नंदलाला विशेष छान!
संजय बापट
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