दुर्गा भजन
जय दुर्गे दुर्गति परिहारिणी |शुंभ विदारिणी माता भवानी||
आदिशक्ति परब्रह्म स्वरूपिणि
जग जननी चतुर्वेद बखानी
ब्रह्मा शिव हरी अर्चन कीन्हो
ध्यान धरत सुरवर मुनी ग्यानि ||१||
जग जननी चतुर्वेद बखानी
ब्रह्मा शिव हरी अर्चन कीन्हो
ध्यान धरत सुरवर मुनी ग्यानि ||१||
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