चित्रपट: काला बाजार (१९६०)
संगीत: एस.डी.बर्मन
गीतकार: शैलेंद्र
गायक: लगीता, रफी
रिमझिम के तराने लेके आई बरसात
याद आए किसीसे वो पहली मुलाक़ात
रिमझिम के तराने लेके आई बरसात
भीगे तन-मन, पड़े रस की फुहार
प्यार का संदेसा लाई बरखा बहार
मैं ना बोलूँ, आँखें करें अँखियों से बात
रिमझिम के तराने लेके …
प्यार का संदेसा लाई बरखा बहार
मैं ना बोलूँ, आँखें करें अँखियों से बात
रिमझिम के तराने लेके …
चित्रपट: मंजिल (1979)
संगीत: आर.डी.बर्मन
गीतकार: योगेश
गायक: लता मंगेशकर, किशोर कुमार
रिमझिम गिरे सावन
सुलग-सुलग जाए मन
भीगे आज इस मौसम में
लगी कैसी ये अगन
पहले भी यूँ तो बरसे थे बादल
पहले भी यूँ तो भीगा था आंचल
अब के बरस क्यूँ सजन, सुलग-सुलग जाए मन
भीगे आज...
ऑर्गन वाजवलाय
सचिन जोग
एस, यादे तरोताजा हुई।
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